इस भारतीय क्रिकेटर को नींद में चलने की थी आदत, इस वजह से 29 साल की उम्र में ही हो गई थी मौत
आप सभी ने भारतीय क्रिकेटर सीके नायडू, लाला अमरनाथ का नाम तो जरूर सुना होगा. लेकिन बहुत ही कम लोगों को बका जिलानी का नाम पता होगा. ज्यादातर क्रिकेट प्रशंसक इस नाम से इसलिए अनजान है, क्योंकि जब यह खिलाड़ी के क्रिकेट जगत में अपनी चमक बिखेरने वाला था, तभी वह हादसे का शिकार हो गया. 20 जुलाई 1911 को जालंधर में जन्मे बका जिलानी का तीसवें जन्मदिन से ठीक 18 दिन पहले निधन हो गया था.

1936 में भारत की ओर से बका जिलानी ने इंग्लैंड के विरुद्ध ओवल में एकमात्र टेस्ट मैच खेला था. उन्होंने 31 फर्स्ट क्लास मैच भी खेले. भारतीय क्रिकेट इतिहास में रणजी ट्रॉफी में हैट्रिक लेने वाले वो पहले गेंदबाज थे. वह सबसे कम उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी है. बका जिलानी ने गेंद और बल्ले से ही दमदार प्रदर्शन किया. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बका जिलानी का प्रदर्शन बहुत ही शानदार रहा. बका जिलानी ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 12 विकेट के साथ डेब्यू किया था. जिलानी ने नॉर्दर्न इंडिया की ओर से खेलते हुए 1934-35 में सार्थक पंजाब के विरुद्ध पहले रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में हैट्रिक ली थी.

केवल 29 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. बताया जाता है कि मिर्गी का दौरा आने के कारण बका जिलानी का संतुलन बिगड़ गया और वह अपने घर की बालकनी से नीचे गिर गए. उनके बारे में ऐसा भी कहा जाता है कि वह डिप्रेशन से जूझ रहे थे. इस कारण उन्होंने आत्महत्या की. इंग्लैंड दौरे पर जिलानी के अजीब व्यवहार को लेकर कोटा स्वामी ने लिखा था. उनके मुताबिक वह हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे थे. उन्हें नींद में चलने की आदत थी. वह हिंसक हो जाया करते थे. कोई यह नहीं कह सकता था कि वह कब नॉर्मल होंगे.