ऋषभ पंत भारत के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज हैं, जिन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में केएल राहुल के चोटिल होने के बाद टीम इंडिया की कप्तानी सौंपी गई थी. इस सीरीज में ऋषभ पंत का बतौर कप्तान प्रदर्शन बहुत ज्यादा अच्छा नहीं रहा. शुरुआती दो मैचों में टीम इंडिया हार गई. लेकिन तीसरा और चौथा T20 जीतकर भारत ने दो-दो से सीरीज में बराबरी कर ली. इस सीरीज के दौरान ऋषभ पंत अपनी कप्तानी से ज्यादा अपनी बल्लेबाजी को लेकर सुर्खियों में रहे.
पूरी सीरीज में ऋषभ पंत का बल्ला नहीं चला. अब पूर्व चयनकर्ता मदनलाल ने ऋषभ पंत के प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. स्पोर्ट्स तक से बातचीत में मदन लाल ने कहा कि मैं कभी उसे कप्तान नहीं बनने देता. मैं यह नहीं होने देता. ऐसे खिलाड़ियों को जिम्मेदारी देर से दी जाती है. भारत का कप्तान बनना बहुत बड़ी बात है और वो अभी युवा है. वह कहीं नहीं जा रहे. जितना ज्यादा वो खेलेंगे, उनमें उतनी परिपक्वता आएगी.
मदनलाल ने यह भी कहा कि अगर ऋषभ पंत को टीम इंडिया का कप्तान बनना है तो इसके लिए उन्हें पहले खुद को 2 साल देने होंगे. उन्हें मेहनत करके खुद में परिपक्वता लानी होगी. तब उन्हें कप्तानी के दावेदार के रूप में देखा जा सकता है. पंत एक अलग नेचर का खिलाड़ी है. धोनी शांत और सुलझे स्वभाव के थे और इसका फायदा उन्हें कप्तानी में मिला. कोहली एक बेहतरीन बल्लेबाज है. मैं यह नहीं कह रहा कि वह बल्ला ही ना चलाएं. लेकिन अगर वो थोड़ा मैच्योरिटी के साथ खेलते हैं तो इससे उन्हें ही नहीं टीम इंडिया को भी फायदा होगा.