Oct 21, 2023, 19:16 IST

तीन संत एक गांव में रहते थे, भ्रमण करके उन्हें जो दक्षिण मिलती उसी से उनका जीवन यापन होता, एक दिन गांव की एक........

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किसी गांव में तीन संत रहा करते थे। वे गांव में भ्रमण करते और जो भिक्षा मिलती उससे ही अपना गुजारा करते थे। एक दिन गांव की एक महिला ने तीनों संतों को अपने घर के बाहर देखा। महिला में उन संतों से कहा कि आप मेरे घर आकर भोजन ग्रहण करें। संतों ने पूछा कि क्या आपके घर में अभी पति हैं। महिला ने कहा- नहीं, मैं अभी अकेली हूं। यह सुनकर संतों ने कहा कि जब आपके पति और बच्चे आपके घर आ जाए, तब आप हमें बुला लेना।

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शाम को महिला का पति और उसकी बच्ची घर आ गई। तब महिला ने संतों से जुड़ी बात अपने पति को बताई। उसके पति ने संतों को अपने घर पर भोजन करवाने के लिए हां कह दी। इसके बाद महिला संतों को बुलाने के लिए आश्रम गई। संतों ने महिला से कहा कि हम तीनों एक साथ किसी के घर नहीं जा सकते। महिला ने उससे पूछा- ऐसा क्यों। संतों ने कहा कि हमारे नाम धन, सफलता और प्रेम है। आप अपने पति से पूछ कर बताओ कि हम तीनों में से कौन आपके घर आए।
महिला अपने घर गई और अपने पति को सारी सच्चाई बताई। पति ने कहा कि हम धन को बुलाते हैं। इससे हमें धन लाभ मिलेगा। महिला ने कहा कि हमें सफलता को बुलाना चाहिए। इससे हमें हर काम में सफलता मिलेगी। लेकिन महिला की बेटी ने कहा कि हमें प्रेम को बुलाना चाहिए। प्यार से बढ़कर इस दुनिया में कुछ भी नहीं है। पति-पत्नी अपनी बेटी की बात मान गए। महिला संतों के पास गई और उनसे कहा कि मैं अपने घर भोजन के लिए प्रेम को आमंत्रित करने आई हूं।
प्रेम नाम का संत महिला के साथ आने लगा। तभी दोनों संत महिला के साथ चल दिए। फिर महिला में उनसे पूछा कि आपने कहा था कि कोई एक ही हमारे घर आएगा तो अब आप तीनों क्यों आ रहे हैं। संतों ने जवाब दिया कि अगर आप धन या सफलता को बुलाते तो केवल एक ही संत घर आता। लेकिन आपने प्रेम को बुलाया। जहां प्रेम रहता है, वहां धन और सफलता अपने आप चले आते हैं।
कथा की सीख
इस कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि हमें अपने जीवन में प्रेम को महत्व देना चाहिए। जहां प्रेम रहता है, वहां सुख, शांति और सफलता हमेशा बनी रहती है।

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