Oct 10, 2023, 21:16 IST

क्या आप जानते हैं कि तेल, दूध और पेट्रोल डिलीवरी टैंकर आखिर गोल ही क्यों होते हैं, चौकोर या आयातकर क्यों नहीं, जानिए

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आप सभी में से ज्यादातर लोगों ने तरल पदार्थों के परिवहन के लिए गोल टैंकर तो जरूर देखा होगा। लेकिन गोल टैंकर वाले ट्रक की शुरुआत पेट्रोलियम उत्पादन ओं की डिलीवरी के लिए हुई थी। सवाल यह है कि तरल पदार्थों की डिलीवरी के लिए गोल टैंकर ही क्यों बनाए जाते हैं। चौकोर क्यों नहीं होते हैं जबकि यदि टैंकर आयताकार होगा तो उसमें ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थ भरा जा सकता है।

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पेट्रोलियम उत्पादकों के परिवहन के लिए सबसे पहले घोड़ों द्वारा खींचे जाने वाले वाहन का इस्तेमाल किया जाता था। 1880 में घोड़ों के पेट पर टैंकर बांधकर परिवहन शुरू किया गया। ऐसा करने से कम समय में अच्छा परिणाम निकल कर सामने आया। सन 1910 में पेट्रोलियम उत्पादकों से चलने वाली मोटर के माध्यम से पेट्रोलियम पदार्थों की टंकियों का परिवहन शुरू किया गया। पेट्रोलियम पदार्थों के परिवहन हेतु दुनिया के सबसे पहले टैंकर का निर्माण सन 1905 में स्टैंडर्ड और नाम की एक एंग्लो अमेरिकन कंपनी ने किया था।
हालांकि इस प्रकार की जो टैंकर होते हैं वो गोल क्यों होते है। इस बात का जवाब विकास जोशी के एक ब्लॉक में दिया गया है। उन्होंने बताया है कि तरल पदार्थों के परिवहन में उपयोग किए जाने वाले टैंक गोल इसलिए होते हैं क्योंकि उसके पीछे कई तरह के वैज्ञानिक कारण होते हैं। जब भी हम किसी तरल पदार्थ को किसी भी स्थान पर सपोर्ट करते हैं तो लिक्विड के अंदर का प्रेशर उस चीज़ के कोनों में दबाव बनाता हैं। यही कारण है कि टैंकर को आयताकार नहीं बनाया जाता क्योंकि यदि टैंकर को आयताकार बनाया जाएगा तो उसकी उम्र बहुत कम रह जाएगी। पेट्रोलियम उत्पादन के दबाव से उसके कोने टूट सकते हैं वहीं गोल टैंकर में किसी भी तरीके का कोई कोना नहीं होता। इसीलिए दबाव के कारण तेल में रिसाव होने की संभावना भी नहीं होती है।

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