प्राचीन काल में एक राजा था, जिसके पड़ोसी राज्य उसका राज्य हड़पना चाहते थे. उस राज्य के शत्रु राज्यों के राजाओं ने हाथ मिला लिया और आक्रमण करने के लिए सेना बुला ली. अब उस राज्य के शत्रु एक साथ हो गए और उनकी सेना बड़ी हो गई. जब यह बात राजा को पता चली तो राजा अपने सेनापति के पास पहुंचा. सेनापति भी डरा हुआ था. सेनापति ने राजा से कहा- अब तो हमारी हाद तय है. हमारे सैनिकों की संख्या बहुत ज्यादा है. हम उनका सामना नहीं कर पाएंगे.
राजा यह बात सुनकर चिंतित हो गया और अपने गुरु के पास पहुंचा. गुरु बहुत विद्वान संत थे. राजा ने गुरु को सारी बात बताई तो संत ने कहा- राजन सबसे पहले तो उस सेनापति को कारगर में डाल दो. सेनापति का काम सेना का उत्साह बढ़ाना है. लेकिन वह तो सेना के मनोबल को कमजोर कर रहा है. राजा ने संत से पूछा- अगर हम सेनापति को कारगर में डाल देंगे तो हम किसे सेनापति बनाएंगे.
गुरु ने कहा- मैं तुम्हारी सेना का प्रतिनिधित्व करूंगा. राजा ने गुरु की बात मान ली और सेनापति को पद से हटा दिया. संत सेना के पास पहुंचे और युद्ध लड़ने के लिए चले गए. रास्ते में एक मंदिर आया तो संत ने कहा- कुछ देर रुको मैं भगवान से पूछ कर आता हूं हमें इस युद्ध में जीत मिलेगी या नहीं. सेना यह बात सुनकर हैरान थी कि पत्थर की मूर्ति कैसे जवाब देगी. लेकिन सबको पता था कि संत वर्षों से पूजा-पाठ कर रहे हैं तो इनकी भगवान से बातचीत होती होगी.
संत कुछ देर बाद वापस आए और बोले- भगवान ने कहा है अगर आज रात मंदिर में रोशनी दिखाई दे तो समझ लेना कि तुम्हारी सेना की जीत होगी. उस समय शाम होने वाली थी. पूरी सेना प्रतीक्षा करने लगी. जब अंधेरा होने लगा तो सभी सैनिकों ने देखा कि मंदिर में रोशनी हो रही है, जिससे सेना का मनोबल बढ़ गया और सभी कहने लगे कि भगवान हमारे साथ है, हम ही जीतेंगे.
इसके बाद पूरी सेना शत्रुओं की सेना पर टूट पड़ी और शत्रुओं की सेना की हालत खराब हो गई. शत्रुओं के सैनिक मैदान छोड़कर भाग गए और राजा की सेना जीत गई. जब युद्ध जीतने के बाद सेना वापस लौट रही थी तो रास्ते में वही मंदिर मिला. इस दौरान संत ने सैनिकों से कहा- उस दिन में यहां एक दीपक जला गया था. दिन की वजह से दीपक की रोशनी नहीं दिख थी. लेकिन अंधेरा होने पर दीपक की रोशनी दिखने लगी और आपका मनोबल बढ़ गया.
कहानी की सीख
इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि कोई काम मुश्किल नहीं. अगर मनोबल के साथ काम करें तो सफलता जरूर मिलेगी.